ब्रिटेन की मीडिया ने सरदार पटेल की इस मूर्ति को लेकर भारत सरकार की धज्जियां उड़ा दी हैं।

गुजरात में बनी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ दुनिया भर में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस बीच ब्रिटेन की मीडिया ने सरदार पटेल की इस मूर्ति को लेकर भारत सरकार की धज्जियां उड़ा दी हैं। 


ब्रिटिश मीडिया ने दावा किया कि जब भारत यह मूर्ति बना रहा था उस बीच ब्रिटेन ने भारत को करीब एक अरब पाउंड की आर्थिक मदद दी। बता दें कि ब्रिटेन द्वारा बताई जा रही यह रकम पटेल की मूर्ति पर आए खर्च से कहीं ज्यादा है।

ब्रिटेन की वेबसाइट, डेली मेल ने लिखा है कि ब्रिटेन के करदाताओं का पैसा प्रत्यक्ष रूप से मूर्ति निर्माण में नहीं लगा बल्कि भारत में हुए विभिन्न विकास कार्यों में लगा है। लेकिन अगर भारत अपना पैसा मूर्ति बनाने में खर्च नहीं करता तो उन प्रॉजेक्ट्स का खर्च खुद उठा सकता था।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की विशेषता 

इस खबर में भारत को तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया गया है। यह भी दावा किया गया है कि भारत को जितनी आर्थिक मदद मिलती है, उससे कई गुना ज्यादा की मदद वह खुद दूसरे देशों की करता है। इसमें यह भी कहा गया है कि ब्रिटेन को अब भारत की मदद नहीं करनी चाहिए।
ऐसा लिखकर ब्रिटेन द्वारा भारत को मदद देने का विरोध किया गया है। आगे दावा किया गया है कि यूके ने भारत को 2012 में 300 मिलियन, 2013 में 268 मिलियन, 2014 में 278 मिलियन और 2015 में करीब 185 मिलियन की आर्थिक मदद दी थी।

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